मध्य प्रदेश में 103 मौतें
इंदौर. मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। यहां संक्रमण से मौत का आंकड़ा 100 पार करके 103 पर पहुंच गया है। चिंता की बात यह है कि प्रदेश में शुरुआत की 50 मौतें 24 दिनों में हुई। जबकि बाकी 53 मौतें सिर्फ आठ दिन में हुईं। इनमें सबसे ज्यादा मौतें इंदाैर में हुई। यहां अब तक 57 की जान जा चुकी है। शनिवार रात तक मौत का आंकड़ा 99 पर था, जो कि रविवार को 103 पर पहुंच गया। रविवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में उज्जैन में दो, खंडवा और होशंगाबाद में एक-एक की मौत हुई है। इसके साथ मृतकाें की संख्या 103 पहुंच गई। वहीं, प्रदेश में अब तक 2090 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 302 लोग अब तक ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। संक्रमण से मौत के मामले में देश में मध्यप्रदेश तीसरे नंबर पर है। सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में अब तक 342 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, गुजरात में मृतकों का आंकड़ा 133 पर पहुंच गया है।
25 मार्च को पहली और 18 अप्रैल को हुई थी प्रदेश में 50वीं मौत
उज्जैन निवासी 65 वर्षीय महिला की 25 मार्च को एमवाय अस्पताल में संक्रमण के चलते मौत हुई थी। यह मप्र में कोरोना से पहली मौत थी। संक्रमित महिला के परिवार में ही 5 लोग संक्रमित पाए गए थे। इसमें महिला का पति, बेटा, पोता-पोती भी शामिल थे। वहीं, 18 अप्रैल को प्रदेश में 50वीं मौत काेराेना संक्रमित जूनी इंदौर थाना प्रभारी की कोरोना से लड़ते हुए मौत हो गई थी।
अब तक तीन डॉक्टरों की भी कोरोना से जान गई
9 अप्रैल को काेराेना संक्रमण से इंदौर में रहने वाले 62 वर्षीय डाॅ. शत्रुघ्न पंजवानी की मौत हो गई थी। वे प्राइवेट प्रैक्टिस करते थे। इसके अगले ही दिन पूर्व जिला आयुष अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश चौहान (62) की भी मौत हो गई। चौहान कुछ समय से बीमार थे और अरबिंदो अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। वहीं, 7 अप्रैल काे इटारसी के देशबंधुपुरा स्थित वेंकटेश क्लीनिक के ेसंचालक 69 वर्षीय डॉ. एनएल हेड़ा की कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आई थी। भोपाल में इलाज के दौरान 25 अप्रैल को उनकी मौत हो गई थी।
कोरोना संक्रमित दो पुलिस अधिकारियों ने दम तोड़ा
जूनी इंदौर थाना प्रभारी 45 वर्षीय देवेंद्र चंद्रवंशी की 18 अप्रैल को मौत हो गई थी। 19 दिनों तक अरविंदो अस्पताल में चले इलाज के बाद उन्हाेंने आखिरी सांस ली थी। चंद्रवंशी की पहली कोरोना रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बाद में 13 और 15 अप्रैल की रिपोर्ट निगेटिव आईं। वहीं, उज्जैन के नीलगंगा थाना टीआई यशवंत पाल (59) की 21 अप्रैल को कोरोना से इंदौर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
16 अप्रैल को इंदौर में ही एक दिन में सबसे ज्यादा 8 मौतों की पुष्टि
कोरोना संक्रमण से पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 16 अप्रैल को सबसे बड़ा आंकड़ा सामने आया था। दिल्ली और एमजीएम मेडिकल कॉलेज के सैंपल की रिपोर्ट में 244 नए मरीज मिले। वहीं, 8 लोगों की मृत्यु भी हुई थी। इसमें सराफा बाजार के दो व्यापारी भाई शामिल थे।
20 मार्च को जबलपुर में सामने आया था पहला केस
मध्यप्रदेश में काेरोना संक्रमण का पहला मामला जबलपुर में 20 मार्च को सामने आया था। जबलपुर में दो महिलाओं सहित चार लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। संक्रमितों में दुबई की यात्रा से लौटे एक परिवार के तीन लोगों तथा जर्मनी से लौटे एक व्यक्ति शामिल था। ये लोग दो दिन पहले ही विदेश से वापस आए थे।
कहां- कितनी मौत हुई:
जिला | पॉजिटिव संख्या | मृतकों की संख्या |
इंदौर | 1176 | 57 |
भोपाल | 415 | 09 |
उज्जैन | 106 | 17 |
खरगोन | 61 | 06 |
धार | 36 | 01 |
खंडवा | 36 | 01 |
जबलपुर | 59 | 01 |
रायसेन | 28 | 00 |
होशंगाबाद | 32 | 02 |
बड़वानी | 24 | 00 |
देवास | 23 | 06 |
मुरैना | 13 | 00 |
विदिशा | 13 | 00 |
रतलाम | 13 | 00 |
मंदसौर | 09 | 01 |
आगर मालवा | 11 | 01 |
शाजापुर | 06 | 00 |
सागर | 05 | 00 |
ग्वालियर | 04 | 00 |
श्योपुर | 04 | 00 |
छिंदवाड़ा | 05 | 01 |
आलीराजपुर | 03 | 00 |
शिवपुरी | 02 | 00 |
टीकमगढ़ | 02 | 00 |
बैतूल | 01 | 00 |
डिंडौरी | 01 | 00 |
अन्य राज्य के लोग | 02 | 00 |